Operation Sindoor: IT Ministry Issues Crucial Advisory for Public Safety
सिंधुर ऑपरेशन: आईटी मंत्रालय ने जारी की अहम एडवाइजरी, जानें क्यों है यह सबके लिए ज़रूरी
परिचय:
साइबर क्राइम और ऑनलाइन धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय आईटी मंत्रालय ने एक नया अभियान शुरू किया है – “ऑपरेशन सिंधुर”। यह अभियान विशेष रूप से ऑनलाइन मैट्रिमोनियल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर होने वाले फ्रॉड को रोकने के लिए डिज़ाइन किया गया है। मंत्रालय ने 10 मई 2025 को एक एडवाइजरी जारी करते हुए सभी नागरिकों को सुरक्षा प्रोटोकॉल्स फॉलो करने के निर्देश दिए हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि यह एडवाइजरी क्यों महत्वपूर्ण है, इसके मुख्य बिंदु क्या हैं, और आप खुद को ऑनलाइन फ्रॉड से कैसे बचा सकते हैं।
ऑपरेशन सिंधुर क्या है?
यह अभियान भारत सरकार द्वारा ऑनलाइन मैट्रिमोनियल स्कैम, फेक प्रोफाइल्स, और डेटा चोरी को रोकने के लिए चलाया गया है। पिछले एक साल में ऐसे 5,000+ मामले सामने आए हैं, जहां लोगों को शादी के बहाने लाखों रुपये ठगे गए। “सिंधुर” नाम इसलिए चुना गया क्योंकि यह शादी की परंपरा से जुड़ा प्रतीक है, और अभियान का लक्ष्य इस पवित्र बंधन को धोखाधड़ी से बचाना है।
आईटी मंत्रालय की एडवाइजरी: 7 प्रमुख निर्देश
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KYC Verification: सभी मैट्रिमोनियल प्लेटफॉर्म्स को यूजर्स का आधार-लिंक्ड KYC अनिवार्य करना होगा।
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फेक प्रोफाइल रिपोर्टिंग: यदि कोई प्रोफाइल संदिग्ध लगे, तो उसे तुरंत प्लेटफॉर्म और साइबर सेल को रिपोर्ट करें।
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फ़िशिंग लिंक्स से सावधान: शादी के प्रस्ताव वाले ईमेल या मैसेज में दिए गए लिंक्स पर क्लिक न करें।
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पर्सनल डेटा शेयर न करें: बैंक डिटेल्स, पासवर्ड, या OTP किसी के साथ साझा न करें।
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टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन: सोशल मीडिया और मैट्रिमोनियल अकाउंट्स पर 2FA सक्षम करें।
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साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930: धोखाधड़ी का शिकार होने पर तुरंत इस नंबर पर संपर्क करें।
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जागरूकता अभियान: सरकार ऑनलाइन सेमिनार्स और वर्कशॉप्स के माध्यम से लोगों को शिक्षित करेगी।
ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के 5 आसान टिप्स
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प्रोफाइल की जाँच: प्रोफाइल फोटो को Google Reverse Image Search से चेक करें।
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वीडियो कॉल करें: फेक प्रोफाइल्स से बचने के लिए मैच से वीडियो कॉल पर बात करें।
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सोशल मीडिया ऑडिट: मैच का नाम, फोटो, और जानकारी सोशल मीडिया पर वेरिफाई करें।
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लालची ऑफर्स से दूर रहें: “कम पैसे में विदेश में सेटलमेंट” जैसे ऑफर्स पर भरोसा न करें।
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परिवार को सूचित करें: किसी भी बड़े फैसले से पहले परिवार या दोस्तों से सलाह लें।
रियल-लाइफ उदाहरण:
दिल्ली की एक महिला (32) ने एक मैट्रिमोनियल साइट पर मिले व्यक्ति को 10 लाख रुपये तक ट्रांसफर किए। बाद में पता चला कि वह व्यक्ति फेक आईडी का इस्तेमाल कर रहा था। ऐसे मामलों को रोकने के लिए ऑपरेशन सिंधुर शुरू किया गया है।
सरकार की कार्रवाई और टेक्नोलॉजी
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AI-बेस्ड मॉनिटरिंग: मैट्रिमोनियल प्लेटफॉर्म्स को AI टूल्स से संदिग्ध एक्टिविटीज़ डिटेक्ट करनी होंगी।
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डेटा लोकलाइजेशन: यूजर्स का डेटा भारतीय सर्वर्स पर स्टोर किया जाएगा, ताकि हैकर्स से सुरक्षा रहे।
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पेनल्टी का प्रावधान: नियमों का उल्लंघन करने वाले प्लेटफॉर्म्स पर 5 करोड़ रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकेगा।
निष्कर्ष: जागरूकता है सबसे बड़ी सुरक्षा
ऑपरेशन सिंधुर नागरिकों को ऑनलाइन धोखाधड़ी के प्रति सचेत करने की दिशा में एक सराहनीय कदम है। आईटी मंत्रालय की एडवाइजरी को फॉलो करके और थोड़ी सी सावधानी बरतकर आप न केवल खुद को, बल्कि अपने परिवार को भी साइबर खतरों से बचा सकते हैं। याद रखें, सुरक्षा की पहली ज़िम्मेदारी आपकी अपनी है!