English Title: The Potential of a BRICS Currency: Towards De‑Dollarization
BRICS मुद्रा: क्या यह वैश्विक वित्त का भविष्य है?
परिचय
BRICS (Brazil, Russia, India, China, South Africa) देशों के समूह ने दशकों से de‑dollarization यानी अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता कम करने के प्रयास किए हैं। हाल के महीनों में एक साझा BRICS मुद्रा (common currency) की चर्चा फिर से जोर पकड़ रही है। इस लेख में हम जानेंगे कि BRICS मुद्रा की अवधारणा क्या है, इसके लाभ‑हानि, चुनौतियाँ और संभावित प्रभाव।
BRICS मुद्रा की पृष्ठभूमि
क्यों उठी नई चर्चा?
- विकसित अर्थव्यवस्थाओं में बदलाव: रूस पर पश्चिमी sanctions और चीन‑अमेरिका trade tensions ने BRICS को प्रेरित किया है कि वे अपनी आर्थिक sovereignty मजबूत करें citeturn0search0turn0news17।
- डिजिटल भुगतान प्रणाली: BRICS Clear जैसे cross‑border payment systems पर काम चल रहा है, जिससे ट्रांजैक्शन costs कम हों और dollar bypass किया जा सके citeturn0news18।
पिछले प्रयास
- 2023 का Kazan समिट: Lula da Silva ने नई trade currency प्रस्तावित की थी citeturn0academia10।
- क्रिप्टोकरेंसी विचार: ब्लॉकचेन‑based currency की संभावनाएँ भी तली गईं, लेकिन अभी तक कोई निर्णायक कदम नहीं लिया गया citeturn0search7।
मुख्य लाभ
- De‑Dollarization:
- वैश्विक trade में डॉलर की भूमिका कम होगी।
- Dollar dominance से उबरकर developing देशों को आर्थिक autonomy मिलेगी citeturn0search0।
- कम लेन‑देन लागत:
- cross‑border payments पर लगने वाले बैंक charges और conversion fees घटेंगे citeturn0search1।
- संकट प्रतिरोधक क्षमता:
- यदि कोई एक सदस्य देश पर sanctions लगे, तो साझा मुद्रा संकट के प्रभाव को संतुलित कर सकती है citeturn0search4।
संभावित चुनौतियाँ
- राजनीतिक असहमति:
भारत ने स्पष्ट किया है कि वह अमेरिकी डॉलर को कमजोर करने में “no interest” रखता है citeturn0search2। - मुद्रा नीति का समन्वय:
अलग‑अलग आर्थिक चक्र, inflation targets और interest rates को मिलाना जटिल होगा। - साइबर सुरक्षा और तकनीकी जोखिम:
एक centralized डिजिटल currency प्लेटफ़ॉर्म पर साइबर हमले का खतरा रहेगा।
वास्तविक जीवन के उदाहरण
- China‑Russia trade:
दोनों देश पहले से ही bilateral trade में ruble और renminbi का प्रयोग बढ़ा रहे हैं। - Brazil की नीति:
Brazil की BRICS अध्यक्षता में इस वर्ष साझा मुद्रा को आगे नहीं बढ़ाया गया, बल्कि local currency payments पर ध्यान केंद्रित किया गया citeturn0search1।
भविष्य की राह
- Incremental Approach:
- पहले एक currency basket (जैसे SDR) बनाकर प्रयोग करना।
- Pilot Projects:
- छोटे‑स्तर पर cross‑border settlements में नई मुद्रा का परीक्षण।
- Capacity Building:
- सदस्य देशों के central banks को training और तकनीकी सहयोग देना।
निष्कर्ष
BRICS मुद्रा का विचार आर्थिक sovereignty और de‑dollarization के दृष्टिकोण से आकर्षक है। हालांकि राजनीतिक असहमति और तकनीकी जटिलताएँ इसे चुनौतीपूर्ण बनाती हैं। फिलहाल, सदस्य देश cross‑border payments और local currency trade को प्राथमिकता दे रहे हैं, जबकि साझा मुद्रा पर व्यापक सहमति की प्रतीक्षा है। आने वाले वर्षों में pilot projects और currency baskets की सफलता ही बताएगी कि क्या BRICS वाकई में वैश्विक वित्त में डॉलर को टक्कर दे पाएंगे।
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